मन की शांति ही परिस्थिति को शांत करती है।
किसी को प्रूव नहीं खुद को इंप्रूव करने में वक्त लगाओ।
जिंदगी ऐसी जियों की रब को पसंद आ जाए , दुनियां वालो की पसंद तो रोज़ बदलती रहती है | Bk Shivani
जीवन में मुश्किल आयी । ... भगवान पर, देवी देवताओं पर, लोगो पर,किसी की नज़र पर, प्रकति पर, ग्रहों पर । ...... किसी पर दोष न लगाए | औरो को जिम्मेदार ठहराने से हम अपनी जिम्मेवारी भूल जाते है | Bk Shivani
हमारे काम करते वक़्त जो भी, विचार हमारे मन मैं आते है, उन्ही पर उसका परिणाम , निर्भर करता है | Bk Shivani
आपके बोलने ,सोचने और कार्य करने से जो शक्ति, पैदा होती है,वह आपका कर्म बनाती है। Bk Shivani
अगर आप को सफल होना है तो,सफलता को मत खोजिए,अपनी क्षमता, धैर्यता ओर एकाग्रता पर ध्यान दीजिये , सफलता आप को स्वयं खोज लेगी |
अगर भगवान् हमारा भाग्य लिखते तो वो सबसे बढ़िया भाग्य होता। हमारा भाग्य हमारे कर्म, हमारी मुक्त इच्छा द्वारा निर्मित होता है। भगवान् की इच्छा से नहीं। BK SHIVANI
किसी के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर देना इतना मुश्किल नहीं है… लेकिन उस इंसान को खोज पाना मुश्किल है जो आपकी कुर्बानी का सम्मान करे। BK SHIVANI
आपके अलावा आपकी ख़ुशी का कोई इंचार्ज नहीं है। BK SHIVANI
कभी भी घमंड या अहंकार में अपना सर ऊँचा ना उठाएं। याद रखिये स्वर्ण पदक विजेता भी तभी पदक पाता है जब वो अपना सर झुकाता है। BK SHIVANI
अगर आप किसी की खुशियाँ लिखने वाली पेन्सिल नहीं हो सकते हैं तो एक अच्छा सा इरेजर बनिए जो उनका दुःख मिटा सके… BK SHIVANI
जहाँ अभिमान होता है, वहाँ अपमान की filling जरूर आती हैं। BK SHIVANI
अगर आप अपना , विजन ऊँचा रखेंगे , तो आपका सिर , अपने आप उठा रहेगा I BK SHIVANI
'साइंस और आध्यात्म दोनी एक ही , चीज कहते है की – विश्वास मत करो बल्कि अनुभव करो I BK SHIVANI '
मनुष्य सुबह से शाम तक काम करके , उतना नही थकता है , जितना क्रोध और चिंता से एक क्षण में, ही थक जाता है I BK SHIVANI'
पाप करना नही पड़ता है हो जाता है , और पुण्य , होता नही है करना पड़ता है I BK SHIVANI
हम नेगेटिव बातो से, जितना दूर रहेगे उतना ही, ख़ुशी के नजदीक रहेगे I BK SHIVANI
सकरात्मक सोच से व्यक्ति , सदा तनाव से , मुक्त होकर प्रसन्नचित रहता है I BK SHIVANI
किसी को अपनी वाणी से कष्ट मत पहुचाहिये, आप में भी गलतिया है और, दुसरो के पास भी जुबान है तो सावधान रहिये I BK SHIVANI
जब I को We में बदल देंगे तो , illness भी Wellness में , बदल जाता है I BK SHIVANI
'जो ज्यादा बोझ लेकर चलता है , हमेशा डूब जाता है , फिर चाहे वह बोझ सामान का हो , या अभिमान का I BK SHIVANI '
गलतफहमिया रिश्तो को , जुड़ने से पहले ही तोड़ देती है I BK SHIVANI
बुराई कितनी भी बड़ी , क्यू न हो जाए , अच्छाई के सामने , हमेशा छोटी ही रहती है I BK SHIVANI
क्रोध और गुस्सा इन्सान को, तभी आता है जब वह अपने आपको, कमजोर और हारा हुआ मान लेता है I BK SHIVANI
'दुसरो की नजरो में अच्छा बनने से है , की खुद की नजरो में अच्छा बने I BK SHIVANI
बदला लेकर नही खुद बदलकर तो देखिये I BK SHIVANI
सिर्फ सपने देखने से कुछ नही होता है , सफलता हमेशा प्रयासों से , ही हासिल होती है I BK SHIVANI
घमंड की सबसे बुरी बात है की , आप यह महसूस ही नही , कर सकते है की आप गलत भी हो I BK SHIVANI
जब तक आप खुद, दुखी नही, होना चाहते है, तब तक,कोई आपको दुखी नही ,कर सकता है I BK SHIVANI
भाग्यशाली वे लोग नही होते है , जिन्हें सब कुछ अच्छा मिलता है , बल्कि वे भाग्यशाली होते है , जिन्हें जो भी मिलता है , उसे अच्छा बना लेते है I BK SHIVANI
अमीर बनने के सिर्फ दो ही तरीके है , आप जो भी चाहते है , उसे पाने की भी कोशिश करे और , जो आपको मिल गया है , उसमे खुश रहने का प्रयास करे I BK SHIVANI
हमारे जीवन की ज्यादातर समस्याएं , हमारे बोलने के लहज़े से पैदा होती हैं। इससे मतलब नहीं है , कि हम क्या कहते हैं, इससे मतलब है कि हम कैसे कहते हैं , क्या आप सहमत हैं? BK SHIVANI
'सत्य एक डेबिट कार्ड है – पहले कीमत चुकाएं और बाद में आनंद लें। झूठ एक क्रेडिट कार्ड है- पहले आनंद लें और बाद में कीमत चुकाएं। BK SHIVANI'
''एक छोटी सी लड़ाई से हम अपना प्यार ख़त्म कर लेते हैं ..... इससे तो अच्छा है कि हम प्यार से अपनी लडाई ख़त्म कर लें.'' BK SHIVANI
दूसरों की परेशानी का आनंद ना लें. कहीं भगवान आपको वह गिफ्ट ना कर दें क्योंकि भगवान आपको वही देता है जिसमे आपको आनंद मिलता है | BK SHIVANI
अगर किसी बच्चे को उपहार न दिया जाए तो वो कुछ देर रोयेगा .... मगर संस्कार ना दिए जाएं तो वो जीवन भर रोयेगा | BK SHIVANI
हैप्पीनेस कोई बनी बनाई चीज नहीं है बल्कि ये आपके अपने कर्मों द्वारा आती है.
लोग आपको हर्ट करते है लेकिन भगवान आपको हील करेंगे.
हमेशा इतने खुश रहे कि जब दूसरे आपको देखें तो वो भी खुश हो जाएं.
दुखी करने वाले इन चार चीजो से दूर रहिये. आलोचना करना, शिकायत करना, निंदा करना और तुलना करना.
जैसा सुनेंगे वैसा बनेंगे । .......